यदि आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं और पता चला है कि फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है, तो चिंता न करें – आपके लिए अभी भी विकल्प उपलब्ध हैं। इस स्थिति में प्राकृतिक गर्भधारण अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सहायक प्रजनन तकनीकें आपके गर्भवती होने की संभावनाओं को काफी बढ़ा सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे की कारन, तीव्रता और प्रकार अनुसार ब्लॉकेज के लिए कैसे इलाज किया जाता है। जिससे आपकी गर्भधारण की राह आसान होगी।
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नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन डिवीजन द्वारा 2022 के एक अध्ययन के अनुसार – www.ncbi.nlm.nih.gov
- फैलोपियन ट्यूब रोग महिला बांझपन का कारण बनने वाले सबसे आम कारकों में से एक है और बांझपन उपचार की आवश्यकता को दर्शाता है।
- 30% महिलाएं फैलोपियन ट्यूब की बीमारी के कारण बांझपन का अनुभव करती हैं।
- 10%-25% महिलाएं प्रोक्सिमल फैलोपियन ट्यूब रुकावट का अनुभव करती हैं।
ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब के साथ ऐसे करे गर्भधारण
१) एक गर्भनलिका बंद होनेपर गर्भधारण के लिए प्रभावी उपचार
आपको परिवार शुरू करना है, लेकिन आपको पता चला है की आपकी एक गर्भनलिका बंद है और इसे सर्जिकल ट्रीटमेंट से खोला नहीं जा सकता ! फिर भी चिंता न करे। इस स्थिति में भी आप गर्भधारण कर सकते है।
- आइयूआई : आपकी आयु ३० से कम है, बीजों की मात्रा और क्वालिटी ठीक है, पति के सीमेन पैरामीटर्स सही है तो एक नलिका बंद होनेपर आइयूआई से गर्भधारण के सम्भावना बढ़ाई जाती है।
- आयव्हीएफ : आपकी आयु ३० से अधिक है, एक नलिका के साथ गर्भधारण का प्रयास असफल है, और अन्य शारीरिक या वन्ध्यत्व समस्याए मौजूद होनेपर इन विट्रो फर्टिलाइज़ेशन (आयव्हीएफ) की मदत से आप माँ बन सकती है। इसमें फैलोपियन ट्यूब की जरुरत नहीं रहती।
२) दोनों गर्भनलिका बंद होनेपर गर्भधारण के लिए सटीक उपचार
यदि आपकी दोनों गर्भनलिका में गंभीर रूकावट है और इसके लिए सर्जिकल इलाज असफल लगता है तब आपके लिए आयव्हीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइज़ेशन) बिल्कुल सही विकल्प है। आयव्हीएफ में फर्टिलाइज़ेशन प्रक्रिया लैब में की जाएगी; जिस कारन फर्टिलाइज़ेशन के लिए फैलोपियन ट्यूब का कोई काम नहीं बचता।
अन्य स्थिति में यदि आपके ब्लॉकेज माइल्ड है तो लप्रोस्कोपिक या हिस्टेरोस्कोपिक सर्जरी की मदत से इन्हे हटा दिया जाता है। इसके बाद ओवरियन स्टिम्युलेशन दवाइया, ओवुलेशन मॉनिटरिंग से नैसर्गिक तरीके से गर्भधारण की सम्भावना बढ़ाई जाती है। तो कुछ केसेस में आइयूआई का चयन किया जा सकता है। इसलिए आपका स्वस्थ्य अच्छा और आयु कम होना जरुरी है।
हालाँकि, दोनों नलिकांए अवरुद्ध होनेपर आयव्हीएफ सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है।
३) अवरुद्ध गर्भनलिका का कारन संक्रमण होनेपर ऐसे होता है इलाज
- दवाइयाँ : यदि संक्रमण के कारन नलिकाओं में रूकावट है तो दवाई से इलाज किया जाता है। एंटीबायोटिक्स दवाइयां ऐसे बक्टेरिया से लड़कर उन्हें ख़त्म करती है और रूकावट दूर होती है। संक्रमण का प्रकार और तीव्रता के अनुसार अलग-अलग दवाइयों का सुझाव डॉक्टर दे सकते है।
- एआरटी: यदि दवाइयाँ संक्रमण के दौरान बने किसी भी स्कार टिश्यूज को हटाने में असमर्थ है या ट्यूब का फंक्शन ठीक करने में असमर्थ है, तब आपको सहाय्यक प्रजनन तंत्रज्ञान (एआरटी) की मदत से गर्भधारण करने की सलाह दी जाती है।
४) अवरुद्ध गर्भनलिका का कारन इन्फ्लेमेशन/सूजन होनेपर ऐसे होता है इलाज
दवाइयां : गनोरिया, क्लैमिडिया जैसे सेक्स्युअल ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स या बैक्टेरियल इंफेक्शन की वजह से ट्यूब में सूजन होती है। और ट्यूब में रूकावट होती है। इस स्थिति में भी दवाइयों से सूजन कम की जा सकती है। जिससे ट्यूब खुलती है। अन्य कोई समस्याए नहीं होनेपर आप नैसर्गिक तरीके से गर्भधारण कर सकती है।
५) फाइब्रॉइड के कारन नलिका बंद होनेपर ऐसे होता है इलाज
फाइब्रॉइड यानि गर्भाशय में होनेवाली गांठ। फाइब्रॉइड की गांठ फैलोपियन ट्यूब के पास होनेपर नली पर दबाव डालती है और इससे नली ब्लॉक होती है। ऐसे स्थिति में लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, एम्बोलाइज़ेशन, फोकस्ड अल्ट्रासाऊंड, मॉर्सलेशन जैसे आधुनिक सर्जिकल इलाज से फाइब्रॉइड को निकाला जाता है। जिससे नलिका खुलती है। आपका फर्टिलिटी स्टेटस अच्छा होनेपर और आयु कम होनेपर सर्जरी के बाद नैसर्गिक तरीके से गर्भधारण की सलाह दी जाती है। इस तरीके से गर्भधारण में कठिनाई होनेपर आपको IUI या IVF की सलाह दी जा सकती है।
६) महिला की नलिकांए अवरुद्ध होने के साथ पति को शुक्राणु समस्या है? ऐसे होगा गर्भधारण
इक्सी : कुछ कुछ केसेस में महिलाओं में ट्यूबल फैक्टर इनफर्टिलिटी होती है, साथ ही पुरुष साथी में शुक्राणु समस्या मौजूद होनेसे वन्ध्यत्व होता है। ऐसे केसेस में एडवांस आयव्हीएफ का उपयोग करनेपर निश्चित रूप से गर्भधारण हो सकता है। ऐसी स्थिति में इंट्रा सायटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन यानि ‘आयव्हीएफ-इक्सी’ तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमे शुक्राणु को स्त्रीबीज में इंजेक्ट किया जाता है और गर्भ बनता है। बनाए गए गर्भ को माता के गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाता है।
७) गर्भनलिका में पानी भरा होनेपर (हायड्रोसलपिंक्स) कैसे इलाज होता है?
सेक्स्युअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिसीज, या किसी बैक्टेरियल इंफेक्शन की वजह से कभी कभी ट्यूब में पानी भरा हुआ होता है। ऐसे केसेस में गर्भधारण करने में या गर्भ इम्प्लांट होने में बाधा होती है। लैप्रोस्कोपी की मदत से हायड्रोसलपिंक्स की स्थिति का निदान किया जाता है। ट्यूब में पानी दिखाई देनेपर इसे डीलिंक किया जाता है। ट्यूब काट दी जाती है। इस स्थिति में गर्भधारण के लिए आयव्हीएफ सही और अच्छा रिज़ल्ट देनेवाला विकल्प है।
८) गर्भधारण के लिए ट्यूबल ब्लॉकेज निकलना जरुरी होता है?
ट्यूबल ब्लॉकेज कौनसी जगह पर है इस बात पर यह निर्भर करता है की ब्लॉकेज निकला जा सकता है या नहीं।
ब्लॉकेज सौम्य होनेपर एचएसजी टेस्ट के दौरान इस्तेमाल किए जानेवाले द्रव पदार्थ से अपनेआप निकल जाते है।
लेकिन कुछ ब्लॉकेज निकाले नहीं जा सकते। एचएसजी टेस्ट में ट्यूबल ब्लोकेज दिखाई देनेपर ट्यूबल ब्लॉकेज को कन्फर्म करने के लिए डॉक्टर हिस्टेरो-लैप्रोस्कोपिक इवैल्यूएशन करते है। इस टेस्ट में ब्लॉकेज निकाला जा सकता है की नहीं यह भी पता चलता है। यह प्रक्रिया एनेस्थेशिया देकर की जाती है।
निदान पश्चात सर्जिकल इलाज :
- लैप्रोस्कोपिक सर्जरी
- हिस्टेरोस्कोपिक सर्जरी
- सैल्पिंगेक्टॉमी (एक या दोनों नलिकाओं को हटाना)
- सैल्पिंगोस्टॉमी (एक ट्यूब बंद होनेपर दूसरा रास्ता बनाया जाता है।)
- ट्यूबल लिगेशन रिव्हर्सल सर्जरी : यदि ब्लॉक का कारण गर्भनिरोधक शस्त्रक्रिया है तो इसे निकाला जा सकता है।
- ट्यूबल कैन्युलेशन
अन्य स्थितियों में आप आयव्हीएफ का चयन करके जल्दी गर्भधारण कर सकते है।
९) ट्यूबल सर्जरी के बाद ६-१२ महीने नैसर्गिक गर्भधारण नहीं होनेपर क्या करे?
कुछ केसेस में सर्जरी के पश्चात भी नैसर्गिक तरीके से गर्भधारण नहीं हो पाता। ऐसे में ६ से १२ महीने तक गर्भधारण में असफलता होनेपर आपको फर्टिलिटी उपचारों की आवश्यकता होती है।
१०) गर्भनलिका में स्ट्रक्चरल समस्या होनेपर गर्भधारण कैसे करे?
जन्म से फैलोपियन ट्यूब की रचना में दोष है (स्ट्रक्चरल प्रॉब्लम), या यह ठीक से काम नहीं कर रही है (फंक्शनल प्रॉब्लम) तब आपको आयव्हीएफ या एडवांस आयव्हीएफ की मदत से गर्भधारण करना चाहिए।
अधिक सर्च केले जाणारे प्रश्न
१) क्या ट्यूबल ब्लॉकेज हटाने की सर्जरी सभी के लिए है?
ब्लॉकेज का कारन, प्रकार, स्थान, तीव्रता के अनुसार सर्जरी का निर्णय डॉक्टर लेते है।
२) क्या सर्जरी के बाद ट्यूबल ब्लॉकेज दोबारा हो सकता है?
विभिन्न कारकों के कारण सर्जरी के बाद ट्यूबल ब्लॉकेज दोबारा हो सकता है। कभी कभी नलिकाओं को क्षति पहुँच सकती है।
३) दवाइयों से अवरुद्ध नलिकांए खुल सकती है?
ब्लॉकेज का कारन सूजन, इंफेक्शन, PID, STD होनेपर दवाइयोंसे ठीक हो सकता है।