Author: Progenesis IVF

वीर्यात शुक्राणू नसतील तर गर्भधारणेसाठी काय करावे?

अझूस्पर्मिया ही अशी स्थिती आहे जिथे पुरुषाच्या वीर्यात शुक्राणू नसतात. शून्य किंवा निल शुक्राणूंचा थेट संबंध पुरुषांच्या वंध्यत्वाशी असतो. पण चिंता करण्याचे काही कारण नाही. फर्टिलिटी डॉक्टरांच्या मार्गदर्शनाने आणि आधुनिक ART उपचार पद्धतींचा वापर करून निश्चितपणे गर्भाधारणा होऊ शकते.

Read More »

Fresh Vs Frozen Embryo Transfer

Understanding the world of IVF treatments can be challenging. However, armed with knowledge and guided by a competent healthcare practitioner, you can make informed selections best for your needs. Whether you choose a fresh or frozen embryo transfer, keep in mind that every road to parenting is unique.

Read More »

पुरुष वन्ध्यत्व का एक कारन : वैरिकोसेल – जानिए कारण, लक्षण, निदान, उपचार

पुरुषों के एक या दोनों अंडकोष में नसों का आकर बढ़ जाता है तब इसे वैरिकोसेल कहा जाता है। यह स्थिति मुख्य रूप से पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रभावित करती है। वैरिकोसेल के कारण गर्भधारण में कठिनाइयां आ सकती हैं। लेकिन चिंता न करे। सर्जिकल उपचार, गैर-सर्जिकल उपचार और आधुनिक फर्टिलिटी उपचार से गर्भावस्था संभव है।

Read More »

Ways to improve egg quality for IVF

Poor egg quality can cause infertility, recurrent miscarriages, and irregular menstrual cycles. As women age, their egg quality can deteriorate, perhaps resulting in genetic defects that impact pregnancy success.

Read More »

शुक्राणूंची क्वालिटी किंवा पुरुषांची फर्टिलिटी क्षमता कोणत्या घटकांवर अवलंबून असते?

महिलांचे स्त्रीबीज आणि पुरुषांचे शुक्राणू एकत्र आल्याने महिलेला गर्भधारणा होते. शुक्राणू शिवाय गर्भधारणा अशक्य आहे. अस्वस्थ शुक्राणुंमुळे गर्भधारणेत समस्या असल्यास आधुनिक IVF -ICSI / IMSI / PICSI सारख्या फर्टिलिटी उपचारांनी गर्भधारणा होऊ शकते. मात्र अन्य गंभीर समस्यांमध्ये पुरुषांचे शुक्राणू जेव्हा गर्भधारणेसाठी असमर्थ ठरतात, तेव्हा देखील डोनर स्पर्म च्या मदतीने गर्भधारणा होऊ शकते.

Read More »

‘एडवांस स्पर्म रिट्राइवल टेक्निक’ गर्भधारण में मददगार

विशिष्ट प्रकार की वन्ध्यत्व समस्या को हल करने के लिए विशिष्ट प्रकार के ART टेक्नोलॉजी को डिजाईन किया गया है। ठीक इसी तरह वीर्य में शुक्राणु की संख्या शुन्य होनेपर शुक्राणु को पुनर्प्राप्त करने के लिए ‘एडवांस स्पर्म रिट्राइवल टेक्निक’ का उपयोग किया जाता है। शुक्राणु की कमी, वीर्य में शुक्राणु नहीं होना या शुक्राणुवाहिनी (वास डिफ़रेंस) में ब्लॉक है तो ऐसे केसेस में स्पर्म रिट्राइवल टेक्निक का इस्तेमाल कर IVF या ICSI की मदत से गर्भधारण करना संभव है।

Read More »

Take a First Step Towards Parenthood

Fertility Consultation Camp
  • Free Fertility Consultation & 3D Sonography
  • Save upto Rs. 20,000/- on your IVF