फर्टिलिटी उपचार का सही समय कैसे चुने?
फर्टिलिटी उपचार के लिए सही समय तय करना एक व्यक्तिगत और जटिल यात्रा हो सकती है। उम्र, चिकित्सा इतिहास और भावनात्मक तैयारी सहित कई कारक भूमिका निभाते हैं।
- अगर महिला की उम्र ३५ वर्ष से कम है और १२ महीने तक गर्भधारण करने की सक्रिय कोशिश करने के बावजुद गर्भधारण नाही होनेपर आपको वंध्यत्व समस्या है। ऐसे में फर्टिलिटी डॉक्टर की सलाह ले।
- ज्ञात फर्टिलिटी समस्याए : PCOS, एंडोमेट्रिओसिस, फाइब्रॉइड, ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब, गर्भाशय की समस्या, अनियमित ओवुलेशन या अनियमित मासिक धर्म होनेपर फर्टिलिटी डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है।
- अच्छा रहेगा अगर आप अधिक आयु में प्राकृतिक गर्भधारण का इंतजार न करे। फर्टिलिटी ट्रीटमेंट का चयन करे।
फर्टिलिटी क्लिनिक कैसे चुने?
आपने और आपके साथी ने परिवार शुरू करने की दिशा में फर्टिलिटी क्लिनिक से सहायता लेने का निर्णय लिया है? तो आपका निर्णय एकदम सही है।
आइए सही क्लिनिक चुनने में हम आपकी सहायता करते है। इसके लिए आपको कुछ चीजों का रिसर्च करना होगा। जैसे की –
- सफलता दर
- आपसे मिलती जुलती सक्सेस स्टोरीज पर गौर करें।
- लोकेशन देखते समय नजदीकी नहीं बल्कि बेस्ट फर्टिलिटी क्लिनिक चुने। जो आपके माता-पिता बनने में सक्षम है।
- क्लिनिक के वेबसाइट पर ऑनलाइन रिव्ह्यूज यानि समीक्षाए पढ़े।
- क्लिनिक में सारी अत्याधुनिक सुविधाएँ मौजूद होना जरुरी है।
- अनुभवी एवं तज्ञ विशेषज्ञ की टीम कार्यरत होना जरुरी है।
- २४ बाय ७ इमरजेंसी सुविधा जरुरी है।
- क्लिनिक में पोजिटिव्ह वातावरण के साथ फायनांशियल एवं मानसिक काउंसेलर का होना जरुरी है।
- ट्रीटमेंट का खर्चा और EMI सुविधा की जानकारी ले।
- डॉक्टर से कंसल्टेशन
- फर्टिलिटी क्लिनिक में जाने के बाद पहली स्टेप डॉक्टर के साथ कन्सल्टेशन होती है। ‘प्रोजेनेसिस फर्टिलिटी सेंटर’ में आपका मोफत कंसल्टेशन होता है। केस हिस्टरी लिया जाता है।
केस हिस्टरी में शामिल चीजे :
- आपकी और आपके पार्टनर की आयु
- अनुवांशिकता
- जन्मजात दोष
- स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएँ
- पिछले फर्टिलिटी उपचार
- पुरानी बीमारी का इलाज
- फर्टिलिटी अंगों की सर्जरी
- गर्भपात का इतिहास
- इन्फेक्शन्स या संक्रमण
- शारीरिक लक्षण
- व्यसन, नींद, आहार संबंधी आदते
प्राथमिक मार्गर्दर्शन के समय ‘प्रोजेनेसिस फर्टिलिटी सेंटर’ के डॉक्टर आपको सकारात्मकता देने की और आपका मनोबल बढ़ाने की कोशिश करते है। जिससे हर दम्पति को गर्भधारण का सफर आसान लगने लगता है। और सक्सेस उम्मीद जागरूक होती है।