अनियमित ओवुलेशन की स्थिति में गर्भधारण कैसे करे?

सारांश : हार्मोनल समस्या, निम्न जीवनशैली या कुछ अन्तर्निहित स्थितियों के कारन अनियमित ओवुलेशन होता है, जो गर्भधारण में समस्या निर्माण करता है। अनियमित ओवुलेशन का इलाज दवाइयों से हो सकता है। लेकिन देरी करनेपर आधुनिक फर्टिलिटी उपचार की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए समय रहते ही फर्टिलिटी क्लिनिक में अनओवुलेशन का सटीक निदान एवं उपचार करे और माता-पिता सौभाग्य प्राप्त करे।

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अनियमित ओवुलेशन क्या है?

अंडकोष से स्त्रीबीज का निकलना यानि ओवुलेशन। जब किसी महिला का शरीर हर मासिक धर्म चक्र में नियमित रूप से एग रिलीज नहीं करता है, तब इस स्थिति को अनियमित ओवुलेशन यानि ‘अनओवुलेशन’ कहा जाता है। अनओवुलेशन से गर्भधारण में कठिनाई हो सकती है।

अनियमित ओवुलेशन के कारन :

  1. तनाव
  2. अत्यधिक व्यायाम
  3. वजन घटना
  4. वजन बढ़ना
  5. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)
  6. थायरॉइड
  7. हार्मोनल विकार
  8. दवाइयों के साइड इफेक्ट
  9. अन्तर्निहित स्थितियां : हायपरप्रोलैक्टोनेमिया, प्रायमरी ओवरियन फेल्युअर (POI), प्रायमरी ओवरियन इन्सफीशियन्सी (POI), फाइब्रॉइड, एंडोमेट्रिओसिस, हाइपोथैलमिक डिस्फंक्शन जैसे अन्य ओवुलेशन डिसफंक्शन।

गर्भधारण के लिए सबसे अच्छा समय कौनसा है?

ओवुलेशन काल (ओवुलेशन विंडो) गर्भधारण के लिए सही समय होता है। ओवुलेशन दिन के पहले के २ दिन और ओवुलेशन का दिन ऐसे कुल ३ दिन महिला के गर्भधारण के लिए सही होते है।

हर मासिक धर्म चक्र में अंडाशय एक एग रिलीज करती है। यह स्त्रीबीज २४ घंटों तक जीवित रह सकता है। और एक पुरुष के शुक्राणु महिला के शरीर में २ दिन तक जिन्दा रह सकते है। इस हिसाब से ३ दिन गर्भवती होने की सम्भावना होती है।

२८ दिन के मासिक धर्म चक्र में १४ वे दिन एक महिला ओवुलेट होती है। मासिक धर्म चक्र के अनुसार ओवुलेशन डे अलग-अलग हो सकता है। आगे देखेंगे की ओवुलेशन को कैसे ट्रैक करे।

गर्भधारण के लिए घरपर ओवुलेशन कैसे ट्रैक करने के तरीके?

१) बेसल बॉडी टेम्परेचर :

इसे “आंतरिक थर्मामीटर” या BBT भी कहा जाता है। बीबीटी ट्रैक करने से आपके मासिक धर्म चक्र और फर्टिलिटी क्षमता के बारे में जानकारी मिल सकती है। ओव्यूलेशन के दौरान, प्रोजेस्टेरोन हार्मोन रिलीज के कारण बेसल बॉडी टेम्परेचर में मामूली वृद्धि होती है। BBT के जरिए ओवुलेशन डे पहचानने के लिए क्या करे? सुबह बिस्तर से बाहर निकलने से पहले एक विश्वसनीय डिजिटल थर्मामीटर की सहायता से शरीर का तापमान मापे।

२) सरवाइकल बलगम की निगरानी :

यह तरीका अजीब लग सकता है लेकिन सम्पूर्ण मासिक धर्म चक्र के दौरान गर्भाशय ग्रीवा बलगम में चेंजेस दिखाई देते है। ओवुलेशन दिन के पहले म्यूकस एग जैसा सफ़ेद, साफ़ और स्ट्रेचिंग दिखाई देता है। उसके बाद आप ओवुलेट करती है। ओवुलेशन के बाद यह म्यूकस गाढ़ा और मात्रा में कम हो जाता है।

३) ओवुलेशन कैलेंडर :

यह आपको ओवुलेशन के बारे में सटीक अनुमान देने के लिए आपके चक्र की लंबाई और आपके मासिक धर्म शुरू होने के दिन जैसे कारकों को ध्यान में रखता है। ओवुलेशन कैलेंडर ऑनलाइन या ऍप में भी मौजूद है। ऐसे ऍप आप डाउनलोड कर सकते है। ओवुलेशन काल की बताने के लिए यह ऍप आपसे बर्थ डेट, आयु, मासिक चक्र की लम्बाई, पिछले मासिक धर्म के बारे में पूछेंगे। इस तरीके से ओवुलेशन कल पहचाने और इंटरकोर्स करनेपर गर्भधारण होगा।

४) डिजिटल ओवुलेशन प्रेडिक्टर किट :

आपके मासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोन के स्तर में परिवर्तन होता है। ओवुलेशन से पहले २४ से ३६ घंटे पहले बॉडी में LH हार्मोन की मात्रा बढ़ती है। ‘डिजिटल ओवुलेशन प्रेडिक्टर किट’ आपके शरीर में ल्यूटेनाइज़िंग हार्मोन (LH) की मात्रा को मापते है। यह किट केमिस्टों के पास उपलब्ध होते है। घरपर ओवुलेशन काल पहचानने के लिए यह किट ख़रीदे। मूत्र की बूंदों के जरिए टेस्ट करे। पोजिटिव्ह रिज़ल्ट आपको ओवुलेशन की जानकारी देंगे। पॉजिटिव रिज़ल्ट यानि इसके बाद आप कभी भी ओवुलेट करेगी।

ओवुलेशन ट्रैकिंग का सबसे प्रभावी उपाय

फर्टिलिटी क्लिनिक में ओवुलेशन इंडक्शन/ मॉनिटरिंग :

यह आपके शरीर को समझने और गर्भवती होने की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद करने का एक बहुत ही आसान और विश्वसनीय तरीका है। ओवुलेशन की समस्याओं के लिए डॉक्टर आपको कुछ फर्टिलिटी दवाइयां देते है। जिससे आप ओवुलेट करते है। ओवुलेशन ट्रैकिंग करने के लिए वजाइनल अल्ट्रासाउंड किया जाता है। वजाइना से एक उपकरण डालकर ओवुलेशन ट्रैक करेंगे। इसके लिए आपको नियमित रूप से क्लिनिक जाने की आवश्यकता है। लेकिन इससे ओवुलेशन की सटीक जानकारी मिलेगी। ओवुलेशन ट्रैकिंग करते समय डॉक्टर आपको सही समय पर इंटरकोर्स की सलाह देंगे। जिससे गर्भवती होना आसान होगा।

इसके अलावा फर्टिलिटी क्लिनिक में आपके वन्ध्यत्व समस्या का डिटेल स्टडी, सटीक निदान और उपचार किया जाएगा। मोटापा, डाइट, अडिक्शन जैसे जीवनशैली से जुड़े घटकों को नियंत्रित किया जाएगा। जिससे गर्भधारण की सम्भावना बढ़ेगी।

अन्य केसेस में फर्टिलिटी क्लीनिकों के कुशल कर्मचारी आपको पूरी प्रक्रिया और सभी बारीकियों के बारे में मार्गदर्शन करेंगे। वे आपको ओव्यूलेशन के संकेतों और लक्षणों के बारे में शिक्षित करेंगे और आपकी स्थिति के अनुसार व्यक्तिगत सलाह प्रदान करेंगे।

ओवुलेशन ट्रैक करने के फायदे

  1. गर्भधारण का समय जानने के लिए / ओवुलेशन पीरिएड जानने के लिए। 
  2. गर्भधारण से बचने के लिए।

अधिक सर्च किए जानेवाले प्रश्न

१) क्या आप अनियमित ओव्यूलेशन से गर्भवती हो सकती हैं?

“हां, क्योंकि अनियमित मासिक धर्म वाली महिलाएं अभी भी ओवुलेट कर सकती हैं, हालांकि, ओवुलेशन के समय की भविष्यवाणी करना कठिन हो सकता है,” ओवुलेशन काल की सटीक जानकारी के लिए फर्टिलिटी डॉक्टर आपकी सहायता कर सकते है।

२) अनियमित ओव्यूलेशन का इलाज क्या है?

क्लोमीफीन साइट्रेट (सीसी) जैसी दवाइयां या ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) इंजेक्शन, या दवाइयों से हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरपी से अनओवुलेशन का इलाज हो सकता है। इसलिए फर्टिलिटी क्लिनिक में जाँच की जरुरत है।

३) ओवुलेशन के बिना गर्भवती होना संभव है?

नहीं। बिना ओवुलेशन किए गर्भवती होना असंभव है। अनओवुलेशन का कारन जानने के लिए और सही निदान एवं उपचार के लिए अपने डॉक्टर से जाँच करे।

Also read: प्रेग्नेंसी का सही समय, जानिए ओवुलेशन पीरियड क्या है?

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