ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब के साथ गर्भधारण कैसे करे?

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब के साथ गर्भधारण कैसे करे
ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब से महिला की गर्भधारण करने की क्षमता कम हो सकती है। जब दोनों ट्यूब ब्लॉक हो तब महिला नैसर्गिक तरीके से गर्भधारण क्षमता खो देती है।  फैलोपियन ट्यूब क्या काम करते है? ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब क्या है? ट्यूब डैमेज या ब्लॉक क्यों होते है? ट्यूब की स्थिति जानने के लिए कौनसे टेस्ट और उपचार किए जाते है ऐसी और भी जानकारी के लिए अंत तक बने रहे। 

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फैलोपियन ट्यूब यानि गर्भनलिका। यह महिलाओंका एक रीप्रोडक्टीव्ह ऑर्गन है। गर्भधारण प्रक्रिया में फैलोपियन ट्यूब का विशेष महत्त्व है। स्पर्म से ओवुम फर्टिलाइज़ होकर गर्भ बनने की प्रक्रिया इन्ही ट्यूब में होती है। इसलिए ब्लॉक या डैमेज फैलोपियन ट्यूब वन्ध्यत्व समस्या का एक कारन है।

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब से महिला की गर्भधारण करने की क्षमता कम हो सकती है। जब दोनों ट्यूब ब्लॉक हो तब महिला नैसर्गिक तरीके से गर्भधारण क्षमता खो देती है। 

फैलोपियन ट्यूब क्या काम करते है? ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब क्या है? ट्यूब डैमेज या ब्लॉक क्यों होते है? ट्यूब की स्थिति जानने के लिए कौनसे टेस्ट और उपचार किए जाते है ऐसी और भी जानकारी के लिए अंत तक बने रहे। 

रीप्रोडक्टीव्ह हेल्थ और ‘वन्ध्यत्व’ की जटिलताओं से निपटने के लिए ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब को समझना आवश्यक है।

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब क्या है?

फैलोपियन ट्यूब में रूकावट होनेपर इसे ‘ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब’ कहा जाता है। ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब शुक्राणु को स्त्रीबीज तक पहुँचने से रोकता है और वन्ध्यत्व का खतरा बढ़ जाता है। इसे ‘ट्यूबल फैक्टर इनफर्टिलिटी’ कहा जाता है। ट्यूबल फैक्टर इनफर्टिलिटी एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिला की एक या दोनों फैलोपियन ट्यूब अवरुद्ध (blocked) हो जाती हैं।

गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे जोड़ों के लिए यह निराशाजनक हो सकता है, लेकिन डरें नहीं, क्योंकि इस बाधा से निपटने के कई तरीके हैं!

फैलोपियन ट्यूब का काम क्या है?

गर्भाशय के दोनों बाजु में ओव्हरीज होते है और  ऊपर की तरफ गर्भाशय और अंडाशय को जोड़नेवाली नलिकाएँ होती है। उन्हें फैलोपियन ट्यूब्ज़ कहा जाता है। ट्यूब के आगे कोशिकाएँ होती है जिन्ही फंब्रिया कहा जाता है। यह फंब्रिया एग्ज निगलकर फैलोपियन ट्यूब में लाने का काम करते है।

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब के कारन

  1. इन्फेक्शन्स : सेक्स्युअल ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स (STI), रीप्रोडक्टीव्ह ट्रैक इन्फेक्शन्स (RTI) जैसे इन्फेक्शन्स की वजह से रीप्रोडक्टीव्ह ऑर्गन्स पर बुरा असर पड़ता है। कार्यक्षमता भी घट जाती है। फैलोपियन ट्यूब संक्रमित होकर ख़राब या अवरुद्ध हो सकती है। ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब से गर्भधारण में बाधा उत्पन्न होती है। ट्यूब डैमेज होनेपर नली से पानी गिरता है जिससे, गर्भ ठहरने में दिक्कत कड़ी होती है।
  2. सूजन (inflemation) : कई प्रकार के इन्फेक्शन्स से फैलोपियन ट्यूब में सूजन होती है और ट्यूब ब्लॉक हो जाती है।
  3. पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिसीज (PID) : यह एक इंफेक्शन का प्रकार है। जिसमे फैलोपियन ट्यूब डैमेज या ब्लॉक हो सकते है।
  4. एंडोमेट्रिओसिस : गर्भाशय के अंदर की परत को एंडोमेट्रियम कहा जाता है। जब एंडोमेट्रियम गर्भाशय के बाहर अन्य जगह बढ़ने लगता है तब एंडोमेट्रिओसिस बीमारी होती है। रेट्रोग्रेड मेन्सट्रूएशन में माहवारी का रक्तस्त्राव फैलोपियन ट्यूब से जाकर पेट में फैलता है। इस स्थिति में एंडोमेट्रियम टिश्यूज फैलोपियन ट्यूब में आकर बढ़ने लगते है; तब ट्यूब ब्लॉक होती है।
  5. एब्डोमिनल या पेल्विक सर्जरी का इतिहास : पहले पेट की या पेल्विक सर्जरी हुई है, तो ऐसी सर्जरी फैलोपियन ट्यूब में बाधा डाल सकती हैं।
  6. जन्मजात दोष
  7. अनुवांशिक दोष
  8. फाइब्रॉएड: फाइब्रॉइड यानि गर्भाशय होनेवाली गांठ जब यह गांठ फैलोपियन ट्यूब के नजदीक बढ़ने लगती है तब ट्यूब पर प्रेशर डालने लगती है और ट्यूब को नुकसान पहुँचती है।
  9. एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का इतिहास : एक्टोपिक गर्भावस्था के परिणामस्वरूप फैलोपियन ट्यूब में ऊतकों पर घाव हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप ट्यूब में रुकावट हो सकती है।
  10. हाइड्रोसैलपिनक्स : सबसे आम प्रकार की अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब को हाइड्रोसैलपिनक्स के रूप में जाना जाता है, जिसमें द्रव भर जाता है और अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब को बड़ा कर देता है।

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ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब कैसे पहचाने ?

  1. वन्ध्यत्व : अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब अक्सर लक्षण पैदा नहीं करते हैं। कई महिलाओं को तब पता चलता है, जब वो गर्भवती होनेकी कोशिश करती है और उनकी कोशिश नाकाम होती है।
  2. हाइड्रोसैलपिनक्स : जब हाइड्रोसैलपिनक्स की वजह से नली में पानी भरता है और ट्यूब ख़राब होती है तब कुछ लक्षण दिखाई देते है। जैसे की,
    • श्रोणि में दर्द
    • पेट में दर्द
    • गर्भधारण में कठिनाई
    • दर्दनाक माहवारी
    • दर्दनाक सेक्स्युअल इंटरकोर्स
    • पेशाब में कठिनाई

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब का निदान कैसे होता है?

  1. हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी (HSG) टेस्ट : यह एक प्रकार का एक्स-रे है। इस टेस्ट में  महिला के गर्भाशय में एक तरल पदार्थ इंजेक्ट किया जाता है, यह पदार्थ गर्भाशय से जाकर फैलोपियन ट्यूब में से कैसे चलता है , इसका निरिक्षण किया जाता है। फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होनेपर तरल पदार्थ ट्यूब में रुक जाता है जाता है।
  2. लैप्रोस्कोपी : यदि HSG आपके डॉक्टर को निश्चित निदान करने में मदद नहीं करता है, तो वे आगे के मूल्यांकन के लिए लैप्रोस्कोपी का उपयोग कर सकते हैं। लैप्रोस्कोपी में अधिक स्पष्ट तरीके से ट्यूब ब्लॉकेजेस कम्प्यूटर पर दिखाई देते। है। यदि डॉक्टर को लैप्रोस्कोपी के दौरान कोई रुकावट मिलती है, तो यदि संभव हो तो वे उसे हटा सकते हैं।

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब का इलाज

  1. मेडिकेशन : इंफेक्शन कम करने के लिए और सूजन कम करने के लिए, और ट्यूब में पानी भरा हुआ है तो इन स्थितियों में डॉक्टर कुछ दवाइया देते है। लेकिन मेडिसिन्स से ट्यूबल ब्लॉकेज निकालना संभव नहीं है।
  2. लेप्रोस्कोपिक सर्जरी : लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब का निदान एवं उपचार किया जा सकता है। ट्यूब ब्लॉक दिखाई देनेपर ब्लोकेजेस हटा दिए जाते है। यदि ट्यूब डैमेज है तो ऐसी ट्यूब निकल दी जाती है।
  3. सैल्पिंगेक्टॉमी : इस सर्जिकल प्रक्रिया में अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। कुछ मामलों में, यदि फैलोपियन ट्यूब में रुकावट गंभीर है या ट्यूब के साथ अन्य समस्याएं हैं, तो सैल्पिंगेक्टॉमी की सिफारिश की जा सकती है।
  4. सैल्पिंगोस्टॉमी : यह प्रक्रिया रुकावट को दूर करने और अंडे और शुक्राणु को बायपास होने की अनुमति देने में मदद कर सकती है। सैल्पिंगोस्टॉमी ट्रीटमेंट सैल्पिंगेक्टॉमी की तुलना में कम आक्रामक होती है, और इसने कुछ महिलाओं के लिए आशाजनक परिणाम दिखाए हैं।
  5. ट्यूबल रीनास्टोमोसिस : यह उपचार उन महिलाओं के लिए मदतगार है, जो पहले ट्यूबल लिगेशन (अपनी ट्यूब बंधी हुई) से गुजर चुकी हैं और अब माँ बनना चाहती है।

ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब के साथ गर्भधारण की संभाव्यता

सर्जरी के ऑप्शन से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज निकालकर इलाज किया जा सकता है। यदि फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का इलाज संभव नहीं है, तो आपके स्थिति अनुसार आपके डॉक्टर पर्सनलाइज ट्रीटमेंट प्लान बनाएँगे।

  1. ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होनेपर :
    • नैचरल कंसेप्शन : एक फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है या खराब ट्यूब निकाल दी गई है और दूसरे ट्यूब की स्थिति अच्छी है तो इन स्थितियों में आप नैचरली कंसीव कर सकते है।
    • ओवुलेशन इंडक्शन : यदि फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है, आपकी आयु कम है और नैचरली कंसीव करने में दिक्कत है तब, ओवुलेशन इंडक्शन का सुझाव दिया जाता है। इस प्रक्रिया कुछ फर्टिलिटी दवाई यो के साथ फॉलिकल बढ़ाए जाते है, मॉनिटरिंग किया जाता है और सही समय इंटरकोर्स की सलाह दी जाती है।
    • IUI : आपकी आयु अधिक है और एक ट्यूब ब्लॉक है तो इस स्थिति में IUI से जल्द कंसीव हो सकते है। इस प्रक्रिया में स्पर्म वॉश करके उनको पोषण तत्त्व दिए जाते है और महिला के यूटेरस में फैलोपियन ट्यूब के नजदीक स्पर्म पहुँचाए जाते है, जिससे गर्भधारण सम्भावना बढ़ जाती है।
    • गैमेटे इंट्राफैलोपियन ट्रांसफर (GIFT) : इस प्रक्रिया में महिला के ओवुम एवं स्पर्म को फैलोपियन ट्यूब में रखा जाता है। फर्टिलाइज़ेशन प्रक्रिया को स्वाभाविक रूप होने की अनुमति दी जाती है। गिफ्ट उन जोड़ों के लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है जो अधिक प्राकृतिक गर्भधारण विधि पसंद करते हैं।
    • जाइगोट इंट्राफैलोपियन ट्रांसफर (ZIFT) : जाइगोट इंट्राफैलोपियन ट्रांसफर, या ZIFT, एक ऐसी तकनीक है जो IVF और GIFT दोनों के तत्वों को जोड़ती है। इसमें आईवीएफ की तरह प्रयोगशाला में शुक्राणु के साथ ओवुम का निषेचन शामिल होता है। हालाँकि, भ्रूण को गर्भाशय में स्थानांतरित करने के बजाय, उन्हें सीधे फैलोपियन ट्यूब में रखा जाता है। यह फैलोपियन ट्यूब के भीतर प्राकृतिक निषेचन और आरोपण होने की अनुमति देता है।
  2. दोनों फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होनेपर :
    • जब आपकी दोनों फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होती है, तो इन स्थितियों में गर्भधारण की कोई सम्भावना नहीं बचती है। इस स्थिति में IUI भी नहीं किया जा सकता। क्युकी स्पर्म ट्यूब में प्रवेश नहीं कर सकते। इस स्थिति में IVF एकमेव विकल्प बचता है।
    • IVF : इन विट्रो फर्टिलाइज़ेशन लोकप्रिय एवं प्रभावी उपचार है। आईवीएफ के दौरान, महिला के अंडाशय से स्त्रीबीज निकाले जाते हैं और लैब में शुक्राणु के साथ निषेचित किया जाता है। इससे बनाए गए भ्रूण को महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाता है।
    • IVF से गर्भधारण की सम्भावना कई गुना बढ़ जाती है। जल्दी रिज़ल्ट मिल सकते है।

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स्वस्थ फैलोपियन ट्यूब के लिए क्या करे?

  • सुरक्षित लैंगिक सम्बन्ध रखे। जिससे सेक्स्युअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन का खतरा नहीं होगा और फैलोपियन ट्यूब स्वस्थ रहेगी।
  • रीप्रोडक्टीव्ह ऑर्गन की सेहत के लिए स्वच्छता रखे एवं स्वच्छ कपड़े परिधान करे।
  • अधिक पानी का सेवन करे।

अधिक सर्च किए जानेवाले प्रश्न :

क्या ऐसे कोई लक्षण हैं जो फैलोपियन ट्यूब के अवरुद्ध होने का संकेत दे सकते हैं?

जावाब : कई मामलों में, अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब ध्यान देने योग्य लक्षण पैदा नहीं करते हैं। हालाँकि, कुछ व्यक्तियों को पेल्विक दर्द, असामान्य मासिक धर्म चक्र या संभोग के दौरान दर्द जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। यदि आपको फैलोपियन ट्यूब अवरुद्ध होने का संदेह है तो उचित निदान के लिए डॉक्टर की सलाह ले।

क्या अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब का इलाज बिना सर्जरी के किया जा सकता है?

अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब का इलाज इसके कारन पर निर्भर करता है। यदि नलिका में सूजन है, नली में पानी भरा हुआ है या इन्फेक्शन्स है तो इन स्थितियों में दवाइयों से इलाज किया जाता है। हालाँकि, ब्लोकेजेस हटाने के लिए सर्जरी जरुरी है।

क्या अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब के साथ प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करना संभव है?

एक ट्यूबल ब्लॉकेज के साथ नैचरली कंसेप्शन संभव है; यदि आपको और आपके साथी को वन्ध्यत्व समस्या नहीं है। गर्भधारण की संभावना बढ़ाने के लिए IUI, IVF जैसे उचित इलाज का सुझाव डॉक्टर दे सकते है। यह आपके स्थिति पर निर्भर करता है। 

डैमेज फैलोपियन ट्यूब से गर्भधारण संभव है?

फैलोपियन ट्यूब ख़राब होनेपर ट्यूब की काम करने की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में अगर आप कंसीव कर भी लेती है तब, इम्प्लांटेशन में दिक्कत खड़ी हो सकती है। खासकर जब ख़राब ट्यूब से पानी निकल कर यूटेरस में जमा होता है तब इम्प्लांटेशन फेल होता है।  ऐसे केसेस में ट्यूब निकाल देने की सलाह डॉक्टर दे सकते है।

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