गर्भधारण की सम्भावना बढ़ानेवाली आधुनिक तकनीक : ERA टेस्ट

एंडोमेट्रियल रिसेप्टिविटी टेस्ट (ERA) गर्भाशय की परत की ग्रहणीय क्षमता को मापता है। यानी भ्रूण को प्रत्यारोपित करने की क्षमता। वन्ध्यत्व निदान कि यह ऍडव्हान्स टेस्ट IVF उपचार में एम्ब्रायो ट्रान्स्फर का सही समय तय करने में मदत करता है। ERA के बारे में अधिक जानकारी के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

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एंडोमेट्रियल रिसेप्टिव्हीटी क्या हैं?

एंडोमेट्रियल रिसेप्टिव्हिटी यानि गर्भ को ग्रहण करने की एंडोमेट्रियम (गर्भाशय अस्तर) की क्षमता। भ्रूण प्रत्यारोपण के लिए आपका गर्भाशय तैयार है की नहीं, यह ERA टेस्ट बताता है। एम्ब्रियो ट्रांसफर से पहले ERA टेस्ट का सुझाव डॉक्टर दे सकते हैं, खासकर IVF प्रक्रियाओं में। ERA टेस्ट के रिज़ल्ट अनुसार, एम्ब्रायो ट्रांसफर का सही समय तय करने में मदत मिलती है। जिससे IVF सक्सेस रेट में इजाफा होता है।

समय के साथ, शोधकर्ताओं ने एंडोमेट्रियम की ग्रहणशीलता का आकलन करने के लिए ERA टेस्ट जैसे आधुनिक टेस्ट विकसित किए है, जो एक सफल गर्भावस्था की संभावनाओं को बढ़ाते है।

ERA टेस्ट क्या है?

ERA यानि एंडोमेट्रियल रिसेप्टिव्हिटी अरे टेस्ट। यह छोटा सा परीक्षण डॉक्टरों को इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) ट्रीटमेंट के दौरान इम्प्लांटेशन के लिए सर्वोत्तम समय का पता लगाने में मदद करता है।

ERA टेस्ट कैसे काम करता हैं?

ERA टेस्ट यूटेराइन लायनिंग में कुछ जीन्स विश्लेषण करते है। यह टेस्ट निर्धारित करता है की, आपके गर्भाशय की परत भ्रूण प्रत्यारोपण के लिए इष्टतम है की नहीं। ERA टेस्ट के लिए आपके गर्भाशय की परत का एक छोटा सा नमूना लिया जाता है और एक प्रयोगशाला में जीन एक्स्प्रेशन (अनुवांशिक अभिव्यक्ती) का विश्लेषण किया जाता है। रिज़ल्ट के अनुसार आपका डॉक्टर आपकी सफल गर्भावस्था की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए IVF ट्रीटमेंट योजना को तैयार कर सकता है।

एंडोमेट्रियल रिसेप्टिविटी का महत्व

एंडोमेट्रियम यानि गर्भाशय का अस्तर। अस्तर बनने की प्रक्रिया मासिक धर्म के बाद शुरू होती है। कभी कभी हार्मोनल असंतुलन के कारन ये परत मोटी या पतली बनती है। तो कभी कभी अनुवांशिक कारकों से गर्भ ठहरने में परेशानी होती है। बहोतसे कपल कंसीव तो करते है लेकिन ऐसी एंडोमेट्रियल अब्नोर्मलिटी के कारन गर्भ ठहरता नहीं या फिर मिसकैरेज हो जाता है। जब प्रेग्नेंसी फेल्युअर या मल्टिपल मिसकैरेज का कारन एंडोमेट्रियल अब्नोर्मलिटी होने की आशंका होती है, तब डॉक्टर ERA जैसे एडवांस डायग्नोसिस तकनीक का इस्तेमाल करते है।

IVF इलाज के दौरान स्त्रीबीज, शुक्राणु और एम्ब्रियो क्वालिटी अच्छी होना काफी नहीं है। इन चीजों के साथ एंडोमेट्रियम स्वस्थ होना जरुरी है। एंडोमेट्रियल रिसेप्टिविटी ख़राब होने के कारन गर्भ ठहरने में दिक्कत आती है। या फिर गर्भ ठहरने के बाद गर्भपात होने की सम्भावना अधिक होती है। इससे बचने के लिए डॉक्टर ERA टेस्ट का सुझाव देते है।

प्रेग्नेंसी फेल्युअर या गर्भपात से बचने के लिए – ERA Test

गर्भावस्था की विफलता या गर्भपात से जूझ रहे जोड़ों के लिए ERA टेस्ट एक अत्यंत प्रभावी और उपयोगी माध्यम है। यदि आपको पहले गर्भवती होने या गर्भवती रहने में परेशानी हुई है, तो ईआरए परीक्षण आपके लिए सही विकल्प है। यह टेस्ट आपके गर्भाशय के साथ किसी भी समस्या की पहचान करने में मदद कर सकता है जो आपकी पिछली गर्भावस्था की विफलता का कारण हो सकता है। ERA टेस्ट स्वस्थ गर्भावस्था की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

ERA टेस्ट किसे कराना चाहिए?

ऐसी स्थितियों में ERA टेस्ट कराना जरुरी है। ERA टेस्ट गर्भधारण की सम्भावनाएँ बढ़ाता है।

  • यदि आप वन्ध्यत्व की समस्या से परेशान है और IVF पर विचार कर रहे हैं। 
  • IVF इलाज में एम्ब्रायो ट्रांसफर का सही समय (इम्प्लांटेशन विंडो) जानने के लिए 
  • यदि आपका केस बार-बार IVF या IUI फेल्युअर का है। 
  • बार-बार मिसकैरेज होनेपर 
  • यदि आप अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी का अनुभव कर रहे है। 
  • अनियमित माहवारी के साथ गर्भधारण के लिए। 
  • प्रगत आयु में (advanced maternal age) गर्भधारण करनेवाली महिलाओं के लिए।

ERA टेस्ट के फायदे

  • IVF उपचार के दौरान एम्ब्रायो ट्रांसफर के लिए सही समय का पता लगाने में मदद करता है।
  • गर्भाशय के अस्तर (एंडोमेट्रियल लायनिंग) की जिन एक्टिविटी का विश्लेषण करना ERA टेस्ट से संभव है। 
  • सफल गर्भावस्था दर (सक्सेस रेट) बढ़ जाता है। 
  • मिसकैरेज का खतरा कम हो जाता है। 
  • ERA की मदत से डॉक्टर सफल प्रत्यारोपण के लिए सर्वोत्तम समय तय कर सकते हैं।

अधिक सर्च किए जानेवाले प्रश्न :

इम्प्लांटेशन विंडो या ट्रांसप्लांट विंडो क्या है?

इसे “प्रत्यारोपण की खिड़की” या “ग्रहणशीलता की खिड़की” भी कहा जाता है। जब एंडोमेट्रियम भ्रूण को ग्रहण करने लायक बनता है। IVF इलाज के दौरान एग रिट्राइवल के बाद ३ से ५ दिन बाद इम्प्लांटेशन विंडो होती है।

क्या हर महिला की ग्रहणशीलता की खिड़की एक जैसी होती है?

नहीं, मासिक धर्म चक्र के अनुसार हर महिला की इम्प्लांटेशन विंडो अलग-अलग होती है। महिला के प्रोजेस्टेरोन स्तर और उसके एंडोमेट्रियम द्वारा व्यक्त जीन के आधार पर इम्प्लांटेशन विंडो अलग हो सकती है।

क्या ERA टेस्ट सफल IVF सायकल की संभावनाओं को बढ़ाता है?

तनाव, टोबैको या शराब का सेवन, कैफीन का सेवन और अस्वास्थ्यकर आहार जैसे कारक एंडोमेट्रियम की ग्रहणशीलता और इसके बाद, ERA टेस्ट के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।

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