Bulky uterus in Hindi: बल्कि यूटेरस यह एक ऐसी स्थिति है जो गर्भावस्था के दौरान दिखाई देती है। कभी कभी गर्भावस्था नहीं होनेपर भी दिखाई देती है। यह स्थिति में महिलाओं में फर्टिलिटी समस्या उत्पन्न होती है। गैर गर्भावस्था में एंडोमेट्रियल गलैंडस, गर्भाशय मांसलता जैसे कारणों से यूटेरस बल्कि होता है। यह स्थिति शरीर पर प्रतिकूल परिणाम करती है।
यूटेरस महिलाओं का मुख्य रिप्रोडक्टिव ऑर्गन है। इसे गर्भाशय और बच्चेदानी के नाम से भी जाना जाता है। पेअर नाम के फल की तरह इसका आकार होता है, यूटेरस ८ सेंटीमीटर लम्बा, ५ सेंटीमीटर चौड़ा और ४ सेंटीमीटर मोटा (8 cm x 5cm x 4cm) होता है। बल्कि यूटेरस ऐसी स्थिति है जिसमे गर्भाशय अपने सामान्य आकार से बड़ा हो जाता है।
बल्कि यूटेरस के कारण, लक्षण, इलाज के बारे में अधिक जानकारी के लिए अंत तक बने रहे।
बल्कि यूटेरस क्या होता है?
महिलाएं अपने गर्भ में बच्चे को पालती हैं तब उनका गर्भाशय आमतौर पर बड़ा होता है जिसे सामान्य माना जाता है। लेकिन जब गर्भावस्था में पेट अधिक बड़ा होता है या फिर गैर गर्भावस्था में गर्भाशय का आकार बड़ा दिखाई देता है, यूटेरस भारी महसूस होता है, तब इसे बल्कि यूटेरस कहा जाता है। कई कारकों की वजह से यूटेरस में सूजन होती है, जिस कारन यूटेरस आकार में बड़ा और भारी महसूस होता है, इसे बल्कि यूटेरस कहा जाता है।
सामान्य भाषा में बल्कि यूटेरस मतलब गर्भाशय का बढ़ना और मोटा होना, भारी होना।
महिलाओं में आम तौर पर पाई जानेवाली समस्या है। महिलाओं का एक बड़ा हिस्सा अपने पुरे जीवन में कभी न कभी इस स्थिति का अनुभव करती है। इसलिए, यदि आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि आपका गर्भाशय आवश्यकता से बड़ा या भारी है तो घबराने की कोई बात नहीं। अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
बल्कि यूटेरस गर्भधारण की संभावनाओं को कैसे प्रभावित करता है?
लगभग २० प्रतिशत महिलाओं में फाइब्रॉइड्स होते है। लेकिन हर फाइब्रॉइड कंसेप्शन में बाधा उत्पन्न नहीं करता।
- फाइब्रॉइड की वजह से यूटेरस बल्कि होता है। कुछ फाइब्रॉइड्स से यूटेरस बल्कि होता है।
- इन्फ्लेमेशन या गर्भाशय में सूजन होने की वजह से गर्भाशय मुख बंद हो जाता है। जिस कारन शुक्राणु गर्भाशय में प्रवेश नहीं कर सकते।
- बल्कि यूटेरस से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो सकती है। ऐसी स्थिति में शुक्राणु ट्यूब में स्थित एग तक नहीं पहुँच पाता।
- यूटेरियन कैविटी में होनेवाला ब्लड सप्लाय रोक दिया जाता है।
- इम्प्लांटेशन समस्या : भ्रूण प्रत्यारोपण फेल हो सकता है।
यूटेरियन ब्लीडिंग और सूजन जैसे लक्षणों से गर्भधारण में कठिनाई है? तो आजही संपर्क करे।
Free consultationबल्कि यूटेरस गर्भावस्था को कैसे प्रभावित करता है?
- भ्रूण के विकास में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
- इन्फ्लेमेशन की वजह से गर्भ बढ़ने में अड़चन हो सकती है।
- भ्रूण को योग्य मात्रा में ब्लड सप्लाय नहीं होता है।
- जब फाइब्रॉइड की वजह से यूटेरस बल्कि होता है, तब मिसकैरेज या प्रीमैच्यूअर बर्थ की सम्भावना होती है।
यूटेरस बल्कि क्यों होता है?
- यूटेरियन फाइब्रॉइड : फाइब्रॉइड्स यानि गर्भाशय में होनेवाली गाँठ। यह गांठ गर्भाशय के अंदर एंडोमेट्रियम, मायोमेट्रियम, परिमेट्रियम, सर्विकल एरिया, यूटेरस या फैलोपियन ट्यूब के नजदीक कही पर भी हो सकते है। यह गांठ नॉन कैंसरस होती है लेकिन इस कारन यूटेरस बल्कि होता है।
- एडेनोमियोसिस : इस स्थिति में यूटेरियन लायनिंग (एंडोमेट्रियम) के टिश्यूज मांसपेशियों की दीवार में यानि मस्क्युलर वॉल में बढ़ने लगते है। इस कारण गर्भाशय बड़ा या भारी महसूस होता है।
- पोलिप्स : यूटेरस लायनिंग में छोटी छोटी गठान बनती है, जिस कारन यूटेरस बल्कि होता है।
- एंडोमेट्रियल हायपरप्लाज़िया : एंडोमेट्रियल हायपरप्लाज़िया यानि गर्भाशय के अंदर की परत मोटी बनती है। इस स्थिति को रोका नहीं जा सकता। इसे थिकन यूटेरस लायनिंग भी कहा जाता है। इस कारन गर्भाशय भारी महसूस होता है।
- PID : यानि पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिसीज। यह एक इंफेक्शन का प्रकार है। ऐसे संक्रमण की वजह से यूटेरस सहित अन्य रीप्रोडक्टीव्ह ऑर्गन ख़राब हो सकते है। उनकी कार्यक्षमता कम होने लगती है। सूजन दिखाई देती है। जिस कारन यूटेरस बल्कि होता है।
- PCOD / PCOS की स्थिति में हार्मोनल समस्या और ओवुलेशन समस्या की वजह से यूटेरस बल्कि हो सकता है।
- मेनोपॉज की स्थिति में भी हार्मोनल इम्बैलेंस की वजह से यूटेरस बल्कि हो सकता है।
- एंडोमेट्रियल कैंसर : इस स्थिति में कैंसरस टिश्यूज एंडोमेट्रियम में बढ़ने लगते है। जिस कारन यूटेरस बल्कि होने लगता है।
- प्योमेट्रा (यूटेरस में पस) : गर्भाशय में पस बनने से गर्भाशय पतला होता है। गर्भाशय ग्रीवा (सर्विकल कैनाल) आकुंचित हो जाता है। इस कारन यूटेरस का पस बाहर नहीं निकल पाता। और यूटेरस बल्कि बन जाता है।
बल्कि यूटेरस को कैसे पहचाने?
आपको अगर निचे बताए गए लक्षण दिखाई दे तब समझे की आपको बल्कि यूटेरस की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
- यूटेरियन ब्लीडिंग
- पेल्विक वेदना
- असुविधा महसूस करना (discomfore)
- बार बार यूरिन को जाना (urine frequency)
- मूत्राशय पर दबाव महसूस होना (pressure on bladder)
- कॉन्स्टिपेशन होना
- वेदनादायी संभोग (painful intercouse)
- पेट में दबाव महसूस होना
- मोटापा
- पैरों में सूजन
- रजोनिवृत्ति के बाद भी यूटेरियन ब्लीडिंग होना
बल्कि यूटेरस का निदान
निदान करते समय आपके डॉक्टर मेडीकल हिस्टरी और शारीरिक जाँच करेंगे। इससे आपके लक्षण और लक्षणों की गंभीरता की कल्पना कर सकते है। अगर आपके लक्षण बल्कि यूटेरस के होने की आशंका है, तो डॉक्टर कुछ जाँच करने का सुझाव देंगे। जैसे की:
- अल्ट्रासाउंड या MRI जैसी इमेजिंग तकनीक की मदत से बल्कि यूटेरस का निदान किया जाता है। ये दर्द रहित प्रक्रिया है, जिसकी मदत से गर्भाशय को नजदीक से देखना संभव है।
- बायोप्सी और हिस्टोपैथोलॉजिकल एनालिसिस : अधिक गंभीर प्रकरणों में बायोप्सी या हिस्टोपैथोलॉजिकल एनालिसिस किया जाता है। इस प्रक्रिया में गर्भाशय के टिश्यूज या टुकड़े के स्वरुप में सैंपल जाँच करने हेतु लैब में भेजा जाता है। यह थोड़ी आक्रमक प्रक्रिया है, लेकिन आपकी स्थिति सटीक निदान कर सकता है।
बल्कि यूटेरस के उपचार
- मॉनिटरिंग : यह एक पारंपरिक उपचार पद्धति है। इसमें बल्कि यूटेरियन स्थिति का निरिक्षण किया जाता है, और मॉनिटरिंग के जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है की स्थिति और ख़राब न हो जाए या और कॉम्प्लीकेशंस न हो जाए।
- मेडिकेशन्स : आपके लक्षणों को कम करने हेतु दवाइयां देते है।
- सर्जरी : जब बल्कि यूटेरस की स्थिति अधिक गंभीर है और प्रायमरी ट्रीटमेंट असर नहीं कर रही है, तब सर्जरी का सुझाव डॉक्टर देते है।
- मायोमेक्टमी : इस का उपयोग करके फाइब्रॉएड को हटा दिया जाता है। ऐसे फाइब्रॉइड हटाने से कंसेप्शन समस्याए दूर होती है। और आप नैचरली गर्भधारण कर सकती है।
- हिस्टेरेक्टॉमी : इस का उपयोग करके गर्भाशय को हटा दिया जाता है। यदि आपका परिवार पूरा हो चूका है और आप माँ बनना नहीं चाहती।
- बल्कि यूटेरस यदि आपके लिए इनफर्टिलिटी समस्या उत्पन्न कर रही है, तब ART यानि सहाय्यक पुनरुत्पादक तंत्रज्ञान का उपयोग कर आप माँ बन सकती है। जैसे की –
- IUI : इंट्रा यूटेरियन इन्सीमीनेशन
- IVF : इन विट्रो फर्टिलाइज़ेशन
क्या मैं बल्कि यूटेरस के साथ गर्भवती हो सकती हूँ?
जरूर. आधुनिक ART टेक्नोलॉजी से हर इनफर्टिलिटी स्थिति का इलाज संभव है।
- यदि पिछले गर्भधारण के कारण गर्भाशय शारीरिक रूप से बड़ा हो गया है तो गर्भवती होना मुश्किल नहीं है।
- यदि छोटे फाइब्रॉएड के कारण गर्भाशय बड़ा हो गया है, तो गर्भवती होना मुश्किल नहीं होगा।
- माइल्ड एडिनोमायोसिस आमतौर पर गर्भावस्था को होने से नहीं रोकता है।
- हालाँकि, यदि थोड़ा बढ़ा हुआ गर्भाशय एंडोमेट्रियोसिस जैसी अन्य स्थितियों से जुड़ा है, तो यह प्राकृतिक गर्भधारण को रोक सकता है। लेकिन घबराने की कोई बात नहीं। अपने फर्टिलिटी डॉक्टर से परामर्श करे। योग्य निदान और उपचार से सक्सेसफुल प्रेग्नेंसी संभव है।
क्या आपको भारी गर्भाशय महसूस होता है और इनफर्टिलिटी समस्या है, तो आजही मोफत कंसल्टेशन करे।
Free consultationअधिक सर्च किए जानेवाले प्रश्न
क्या बल्कि यूटेरस गर्भधारण प्रक्रिया या फर्टिलिटी को प्रभावित करता है?
यूटेरस फाइब्रॉइड, एडेनोमियोसिस, इन्फ्लेमेशन, इन्फेक्शन्स जैसी स्थितियां जो बल्कि यूटेरस में योगदान देती है, साथ ही शुक्राणु की मोटिलिटी/गति को प्रभावित करती है, जिस कारन कंसेप्शन या इनफर्टिलिटी समस्या निर्माण होती है। इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरुरी होता है।
क्या गर्भावस्था के दौरान बल्कि यूटेरस चिंता का कारन हो सकता है?
हालाँकि गर्भावस्था के दौरान बल्कि यूटेरस चुनौतियाँ पेश कर सकता है, लेकिन यह हमेशा चिंता का कारण नहीं होता है। उचित मूल्यांकन और मार्गदर्शन के लिए अपने डॉक्टर से जाँच करे।
बल्कि यूटेरस के लिए कैसे उपचार किए जाते है?
बल्कि यूटेरस के कारण, लक्षण की गंभीरता जैसे विभिन्न कारकों पर उपचार विकल्प निर्भर करते हैं। साथ ही आप गर्भवती है या गर्भधारण के लिए उपचार चाहती है इस बात पर ट्रीटमेंट डिपेंट करती है।
अगर आप कंसेप्शन के लिए प्रयास कर रही है तो आपके फर्टिलिटी डॉक्टर से जाँच करे।
क्या बल्कि यूटेरस एक गंभीर समस्या है?
बल्कि यूटेरस आमतौर पर किसी भी स्वास्थ्य जटिलता का कारण नहीं बनता है, लेकिन जिन स्थितियों के कारण ऐसा होता है, वे हो सकती हैं। बल्कि यूटेरस के दो सबसे नियमित कारण, फाइब्रॉएड और एडेनोमायोसिस, शायद ही कभी घातक होते हैं, और समग्र स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।