अंडाशय से विकसित स्त्रीबीज निकलने की प्रक्रिया को ओवुलेशन कहते है।

ओवुलेशन विंडो 

मासिक धर्म के बाद लगभग १४ वे दिन ओवुलेशन होता है। १२, १३ और १४ वा दिन गर्भधारण के लिए अहम होता है।

गर्भधारण और ओवुलेशन 

- ओवुलेशन न होनेपर गर्भधारण में कठिनाई होती है। - ओवुलेशन काल में सम्बन्ध बनानेपर ही गर्भधारण होता है। - गर्भधारण टालने के लिए भी ओवुलेशन काल जानना जरुरी है।

'ओवुलेशन प्रेडिक्टर किट' की सहायता से 'ओवुलेशन डे' पहचाना जा सकता है।

अनओवुलेशन के कारन

- PCOD/PCOS - POI  - हाइपोथैलमिक   डिस्फंक्शन - प्रीमैच्यूअर ओवरियन   फेल्युअर - ट्विस्टेड ओवरी - ओवरियन सिस्ट/   चॉकलेट सिस्ट - अत्यधिक तनाव - मोटापा

गर्भधारण के लिए ओवुलेशन उपचार

- हार्मोन रिप्लेसमेंट   थेरेपी - सर्जिकल इलाज - ओवुलेशन इंडक्शन - IUI - IVF

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