४० वर्ष के बाद किसी भी महिला के मन में मेनोपॉज के बारे में प्रश्न या चिंताएँ आना स्वाभाविक है, और यदि आप बच्चे के लिए प्रयास कर रही हैं, तो इन चिंताओं का बढ़ जाना भी उतना ही स्वाभाविक हैं।
ज्यादातर महिलाओं में रजोनिवृत्ति ४५ साल की उम्र के बाद होता है। इस दौरान महिलाओं के अंडाशय हार्मोन का उत्पादन बंद कर देते हैं और मासिक धर्म भी बंद हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप महिलाएं गर्भधारण करने की क्षमता खो देती हैं।
मेनोपॉज के लक्षण
– इर्रेगुलर पीरियड्स
– वेजाइनल ड्राइनेस
– हॉट फ्लेशैज
– मूड में बदलाव होना
– तेजी से वजन बढ़ना
– त्वचा सुखी पड़ना
– सिर दर्द
– यूरिनरी इनफ़ेक्शन
– बालों का झड़ना
– स्तनों में दर्द
मेनोपॉज के बाद आईवीएफ की मदद से गर्भधारणा
कैसे?
मेनोपॉज के बाद आईवीएफ और एडवांस्ड एआरटी तकनीक के सहारे महिलाओं के मासिक धर्म को फिर से शुरू किया जाता है।