आधुनिक जीवनशैली में महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों में ओवेरियन सिस्ट एक आम समस्या हो गई है। जिस वजह से कई महिलाओं को प्राकृतिक रूप से कंसीव करने में परेशानी होती है। सिस्ट गर्भाशय में बनने वाली एक प्रकार की ग्रंथि होती है जो तरल या ठोस हो सकती है। ये ऊतकों से बनी गांठ महिलाओं के अंडाशय में उत्पन्न होती है, जिस कारण इससे पीड़ित कई महिलाओं की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है।
ओवेरियन सिस्ट क्या है? इसके लक्षण क्या है? क्या ओवेरियन सिस्ट से पीड़ित महिलाएं गर्भधारण कर सकती है? आईये जानते है इस ब्लॉग में।
Table of Contents
ओवेरियन सिस्ट क्या हैं? Ovarian cyst meaning in Hindi
ओवेरियन सिस्ट महिलाओं के ओवेरी (अंडाशय) में ऊतकों से बनी गांठे हैं। यह गांठें शारीरिक प्रक्रियाओं के दौरान महिला के अंडाशय में बनती हैं और आमतौर पर हर मासिक धर्म के दौरान शरीर से खुदबखुद गायब हो जाती हैं। हालांकि, कई मामलों में ये गांठें बड़ी हो जाती हैं और अंडाशय में सिस्ट बनकर रह जाती है, जिस कारण वो समय पर निकल नहीं पाते। अंडाशय में मौजूद स्त्रीबीज महिला के गर्भधारण में एहम भूमिका निभाते है और सिस्ट बनने के कारण महिलाओं फर्टिलिटी पर असर पड़ सकता है।
ओवेरियन सिस्ट के लक्षण
ओवेरियन सिस्ट के लक्षण समान्यतः महिलाओं में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ महिलाओं में लक्षण होते ही नहीं हैं, जबकि कुछ महिलाओं को इन लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है:
बार-बार पेट में दर्द या तनाव का एहसास।
मासिक धर्म में अनियमितता।
पेट में सूजन।
पेट के निचले हिस्से में दबाव या भारीपन महसूस होना।
पेट में गैस या आंतों में चुभन।
स्तनों में दर्द या सूजन।
मूड स्विंग्स या चिड़चिड़ापन।
वजन में बदलाव।
कम भूख लगना।
अन्य संकेत जैसे उल्टी, तापमान में वृद्धि, या पेशाब में बदलाव।
यदि आपको ये लक्षण महसूस होते हैं, तो जल्द से जल्द फर्टिलिटी डॉक्टर से परामर्श करे।
ओवेरियन सिस्ट के कारण | Causes of Ovarian Cyst in Hindi
ओवेरियन सिस्ट के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य हैं:
हार्मोनल असंतुलन: हार्मोनल असंतुलन के कारण अंडाशय में सिस्ट बन सकती हैं। इसमें अंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) के अधिक उत्पादन, एस्ट्रोजन या प्रोगेस्टेरोन के कम उत्पादन शामिल हो सकते हैं।
निरोधक प्रभाव:शरीर के अंदर निरोधक प्रभावी दवाओं का उपयोग करने से भी ओवेरी में सिस्ट बन सकती हैं। इसके कारण अंडाशय की ग्रंथि में बदलाव होता है और सिस्ट बन जाती हैं।
गंभीर रोग: पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम), अडेनोमायोसिस और कैंसर भी ओवेरी में सिस्ट बनाने का कारण बन सकते हैं।
ओवेरियन सिस्ट के प्रकार
फोलिकल सिस्ट
यह सबसे सामान्य प्रकार की सिस्ट है। इसमें एक से अधिक संख्या में फोलिकल बनते हैं पर इनमे से स्त्रीबीज बहार नहीं निकल पाते जिस वजह से इन सिस्ट की गांठें बन जाती है।
कोर्पस ल्यूटेम सिस्ट(यूटेराइन सिस्ट)
यह सिस्ट गर्भाशय की मांसपेशियों को अनुबंधित करने में असमर्थता का कारण बनती हैं। इसमें गर्भाशय में गांठें बनती हैं और वे अंडाशय में स्थायी बन जाती हैं। इससे महिलाओं को अधिक ब्लीडिंग, दर्द और गर्भाशय में संक्रमण की संभावना बढ़ती है।
डर्मोयड सिस्ट्स
ये सिस्टओवेरी के बाहरी परत में बनती हैं और अंडाशय में नजर आती हैं। ये चिकनाई या रक्त से भरी होती हैं और बड़ी होने पर चीर जाती हैं। ये सिस्टआमतौर पर असामान्य होती हैं और संक्रमण और दर्द के कारण परेशानी पैदा कर सकती हैं।
Types of Ovarian Cyst
ओवेरियन सिस्ट और इनफर्टिलिटी के बीच का संबंध
जब गांठें अंडाशय में बढ़ जाती हैं तो वे महिलाओं की फर्टिलिटी पर असर डाल सकती हैं। इस कारण कई महिलाएं ओवेरी सिस्ट के कारण गर्भाधान करने में समस्या का सामना कर सकती है।
अनियमित मासिक धर्म: ओवेरियन सिस्ट महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म का कारण बन सकता है। इसके परिणामस्वरूप, ओवरीज़ में गर्भाधान के लिए उचित स्त्रीबीज विकसित होने में परेशानी होती है।
अंडाशय की गर्भाशय संबंधित समस्याएं: गर्भाशय अटॉनी या अन्य समस्याएं ओवेरी को प्रभावित कर सकती हैं और इससे इनफर्टिलिटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
हार्मोनल असंतुलन: ओवेरियन सिस्ट हार्मोन असंतुलन की एक संभावित वजह हो सकती हैं। हार्मोनों के संतुलन का महत्वपूर्ण भूमिका गर्भाधान में होती है और यदि यह असंतुलन होता है, तो बांझपन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
अन्य सामान्य समस्याएं: अत्याधिक तनाव, मोटापा, खराब आहार और अनुपयुक्त जीवनशैली भी महिलाओं को इनफर्टाइल बना सकती हैं। ये सभी कारक ओवेरियन सिस्ट के उपसंग्रह संबंधी भी हो सकते हैं।
ओवेरियन सिस्ट के उपचार | Ovarian Cyst Treatment in Hindi
ओवेरियन सिस्ट का उपचार तभी किया जाना चाहिए जब वे समस्यात्मक हों या गर्भाधान की क्षमता पर असर डालें। इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं:
दवाइयाँ: आपके डॉक्टर आपके लक्षणों और सिस्ट के प्रकार के आधार पर उपयुक्त दवाइयाँ प्रिस्क्राइब करेंगे। यह दवाइयाँ सिस्ट या ग्रंथियों को स्थायी रूप से नष्ट करने, और हार्मोन स्तर को संतुलित करने में मदद करती हैं।
संशोधन: यदि सिस्ट बड़ी है या चिकित्सा उपायों से प्रभावी नहीं हो रही है, तो संशोधन की आवश्यकता हो सकती है। संशोधन सिस्ट को नष्ट करने, उसे छोटा करने या निकालने के लिए किया जा सकता है।
ओव्यूलेशन संचालन: कुछ महिलाओं में ओव्यूलेशन की समस्या होती है, जिससे उनकी गर्भाधान क्षमता प्रभावित हो सकती है। इसके लिए दवाइयों या तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है जो ओव्यूलेशन को संचालित करने में मदद कर सकते हैं। यह आपकी गर्भाधान की संभावना बढ़ा सकता है।
सर्जरी: अगर सिस्ट गंभीर है और अन्य उपायों से नष्ट नहीं हो रही है, तो सर्जरी का विचार किया जा सकता है। इसमें गर्भाशय या ओवेरी के संबंधित हिस्से का हटाना या सुधार करना शामिल हो सकता है।
जीवनशैली परिवर्तन: स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली अद्यातन करना भी ओवेरियन सिस्ट के उपचार में मदद कर सकता है। यह आहार की सुधार, व्यायाम, तनाव से दूर रहने की तकनीकों का उपयोग और स्वस्थ वजन बनाए रखने को सम्मिलित कर सकता है।
घबराये नहीं, ओवेरियन सिस्ट जैसी समस्याओं के बावजूद आप गर्भधारण कर सकती है. आपके फर्टिलिटी डॉक्टर की सलाह लेकर आप इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन (IUI) के साथ, कुछ मेडिकेशन्स और इंजेक्शंस की मदत से गर्भधारण कर सकती है. IUI के बावजूद यदि समस्याएं हो तो डॉक्टर इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) की सलाह दे सकते हैं। पहले, सिस्ट को लेप्रोस्कोपी के माध्यम से निकाला जाता है और फिर आई वी एफ की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है।
योग्य डायग्नोसिस और सही उपचार प्रणाली की मदद से ओवेरियन सिस्ट के बावजूद गर्भधारण संभव है।
आज ही अपना फ्री कन्सल्टेशन बूक करे!
क्या सभी महिलाएं ओवेरियन सिस्ट से प्रभावित हो सकती हैं?
नहीं, सभी महिलाएं ओवेरियन सिस्ट से प्रभावित नहीं होती हैं। यह सामान्यतः उन महिलाओं में देखा जाता है जिनकी हार्मोनल समस्याएं होती हैं या जो मोटापे से पीड़ित होती हैं।
क्या ओवेरियन सिस्ट गर्भाधान की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं?
जबकि हर सिस्ट इनफर्टिलिटी का कारण नहीं होती। हां,कुछ मामलों में ओवेरियन सिस्ट गर्भाधान की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। इसलिए जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से अपनी स्तिथि के बारे में बात करना उचित है।
ओवेरियन सिस्ट का निदान कैसे किया जाता है?
नियमित पेल्विक टेस्ट और अल्ट्रासाउंड के ज़रिये ओवेरियन सिस्ट की पुष्टि की जा सकती है।
क्या ओवेरियन सिस्ट दर्दनाक होती है?
हां, कुछ मामलों में ओवेरियन सिस्ट दर्दनाक होती है। यह दर्द पेट के निचले हिस्से में महसूस हो सकता है और इसे पीरियड्स के दौरान अधिकतर बढ़ जाता है। यदि ये दर्द लंबे समय तक बना रहता है या तेज होता है, तो अपने डॉक्टर से जरूर सलाह ले।
Progenesis IVF
Progenesis IVF is the most successful IVF chain, having advanced fertility clinics in India. Creating miracles of birth since the past 40+ years, Progenesis team of fertility specialists has achieved the milestone of 7000+ successful IVF pregnancies worldwide. With a whooping IVF success rate of 70-80%.
Contact : +91 942 397 1620 / +91 703 094 4041