बढ़ती उम्र में माँ बनना अब समस्या नहीं!

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किसी भी महिला के लिए माँ बनना केवल एक सपना नहीं बल्कि उसके अस्तित्व के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। गर्भधारण के लिए कई बातो का ध्यान रखना होता है और साथ ही कई सावधानिया भी बरतनी होतीं है। यदि आप भी किसी कारण वाश गर्भधारण नहीं कर पा रहीं तोह IVF के द्वारा आपकी समस्या का हल मुमकिन है। अब भारत में female infertility की समस्या के लिए लाखो दम्पति IVF (in vitro fertilization) के सहायता लेकर संतान का सुख प्राप्त कर चुके है।

इस पोस्ट में आपको हम IVF इस जुड़ी पूरी जानकारी देंगे। हम आपको बताएंगे की IVF कैसे किया जाता और इसके क्या लाभ है। लेकिन इस बात का ध्यान रखे की यह जानकारी आपके ज्ञान के लिए है, IVF Treatment के बारे में आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही शुरू करना होगा।

IVF क्या होता है

IVF के artificial प्रक्रिया है जिससे female infertility का इलाज किया जाता है। इस प्रक्रिया में महिला की ovary इस अंडे निकले जातें है जिसे प्रयोगशाला में आर्टिफीसियल तरीके से sperms के साथ निषेचित किया जाता है। ये पूरी प्रक्रिया मेडिकल लैब में नियंत्रित परिस्थितियों में की जाती है और इस तरह जन्मे बच्चे को test tube baby भी कहा जाता है। भारत में IVF का प्रयोग करके लाखो महिलायें female fertility समस्याओ से निजात पा रहीं है। एक बार जब fertilization की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तोह embryo बनता है जिससे कुछ समय बाद महिला के गर्भाशय में डाल दिया जाता है।

यदि sperms या eggs में किसी तरह की कोई बायोलॉजिकल समस्या हो जिसके कारण fertilization ना हो पा रहा हो तो किसी डोनर के egg या sperms का प्रयोग करके इस प्रक्रिया को पूरा किया जाता है।

कौन सी महिलाएँ IVF का लाभ उठा सकतीं है?

गर्भधारण ना होना केवल female infertility के कारण ही नहीं बल्कि पुरुषो में भी infertility की वजह से हो सकतें हैं। IVF के द्वारा दम्पति कई तरह की infertility समस्याओ का निवारण कर सकते है। female infertility में IVF का बहुत ही अधिक प्रायोग होता है। इन समस्यायों से ग्रसित महिलाएं IVF का लाभ उठा सकतीं हैं:

प्रजनन क्षमता में समस्या-गर्भधारण के लिए यह जरूरी है की एंडो के निकलने के बाद sperms के साथ fertilized होकर embryo बनाना और फिर इस embryo का गर्भाशय में चले जाना। यदि इस पूरी प्रक्रिया में किसी तारह की कोई समस्या आती है तो गर्भधारण नहीं हो पाता। ज्यादातर IVF का प्रयोग उन महिलाओं के female infertility treatment में किआ जाता है जिनकी falopian tube में किसी प्रकार की कोई समस्या हो। यदि falopian tube blocked है तोह IVF की मदद से निषेचित अंडे को सीधा गर्भाशय में डाल दिया जाता है जिससे गर्भधारण की समस्या का हल हो जाता है।

Ovulation की समस्या-महिलाओ के लिए माँ बनने के लिए उम्र बहुत जरूरी है क्यूंकि 35 की उम्र के बाद महिलाओ में बेहतर क्षमता वाले अंडे नहीं विक्सित हो पाते। इसे Ovulation की समस्या भी कहा जाता है।  ऐसी अवस्था में IVF की मदद से महिलायें गर्भवती हो सकती है क्योकि इस female fertility ट्रीटमेंट में एक साथ कई अंडे निकालकर उन्हें लैब में निषेचित कराया जाता है।

Male infertility-जैसा की बताया गया है की sperms का हेअल्थी होना भी गर्भधारण के लिए जरूरी है, यदि sperms में कोई कमी हो तो भी समस्या आती है। ऐसी अवस्था में भी IVF की मदद से गर्भधारण कराया जा सकता है। यदि स्पेर्म्स में कमी ज्यादा हो तोह स्पर्म बैंक से किसी डोनर के स्पर्म इस्तेमाल करके भी IVF प्रक्रिया को पूरा किआ जा सकता है।

किन बातों का रखे ख्याल

IVF ट्रीटमेंट चार से छह सप्ताह तक का समय लग सकता है। इस ट्रीटमेंट की सफलता महिला की उम्र पर निर्भर करती है। आप ये भी जानना चाहेंगे की IVF के बाद प्रेग्नेंसी में कितना समय लगता है। IVF ट्रीटमेंट के पुरे होने के बाद आपको प्रेगनेंसी की पुस्टि करने से पहले 12 से 14 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है।  एक बार IVF की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूर्ण होने के बाद, आप दो सप्ताह बाद ही टेस्ट के जरिये जे सुनिश्चित कर सख्ती है की आप गर्भवती है या नहीं। आप प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए घर में किसी भी प्रेगनेंसी किट का प्रयोग कर सकतीं हैं। परिणाम आप अपने डॉक्टर को बता सकतीं हैं जो आपको उचित सलाह देंगे।

भारत में अब IVF ट्रीटमेंट हर शहर में किया जाता है। लोगो के बीच ये गलत फैमि है की IVF एक बहुत मेहंगा उपहार है। आप इन सब बातों पर ध्यान ना दे और यदि आपको गर्धारण करने में समस्या हो रही है तोह आज ही अपने डॉक्टर से IVF के बारे में अधिक जानकारी लें।

IVF एक बहुत इस साकार  female infertility ट्रीटमेंट है जिसके द्वारा जो दंपत्ति किसी कारण वश माता पिता नहीं बन पाते उन्हें संतान का सुख प्राप्त होता है। यदि आप भी इसका लाभ उठाना चाहतें है तोह अपने डॉक्टर से IVF के  बारे में सलाह लें।

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