आई वी एफ (IVF) क्या है – प्रक्रिया, सक्सेस रेट, फायदे और साइड इफेक्ट्स
आईवीएफ हिंदी –
शुरुवात से समझे तो नैचरल प्रेग्नेंसी के दौरान फर्टिलाइजेशन , यानि शुक्राणु और एग का मेल फीमेल के अंदर होता है। जिसके बाद प्रेग्नन्सी रहती है और ९ महीने बाद बच्चा होता है. पर यदि, स्पर्म, यूटरस, फैलोपीयन ट्युब, या एग्ज़, में कोई भी प्रॉब्लम आती है जिसकी वजह से नैचरल प्रेग्नन्सी नहीं रह पाती तब IVF तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।